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नमस्ते दोस्तों!
सोचिए, अगर हमारी प्राचीन ज्ञान परंपरा आधुनिक विज्ञान से हाथ मिला ले, तो क्या हो? कुछ ऐसा ही अद्भुत अब राजस्थान समेत पूरे देश में होने जा रहा है, जो शिक्षा और करियर दोनों का चेहरा बदलने वाला है!
जी हाँ, अब बच्चे केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि संस्कृत के साथ AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और डेटा साइंस भी पढ़ेंगे! चौंक गए? यह एक ऐसा कदम है जो भारतीय ज्ञान परंपरा और आधुनिक विज्ञान का बेहतरीन संगम है।
क्यों है यह इतना खास?
यह सिर्फ एक कोर्स नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक स्मार्ट तैयारी है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो छात्र संस्कृत भाषा और टेक्नोलॉजी दोनों में महारत हासिल करेंगे, उनके लिए करियर में शानदार अवसर खुलेंगे। कल्पना कीजिए, एक ऐसा इंजीनियर जिसे संस्कृत के गहन ज्ञान के साथ-साथ डेटा का विश्लेषण करने और AI मॉडल बनाने की सम...
Read Moreनई दिल्ली: एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने भारतीय यात्रियों के लिए यात्रा को और भी सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (PSP) 2.0 की शुरुआत के साथ पूरे देश में चिप लगे ई-पासपोर्ट लागू करने की घोषणा की है।
यह कदम डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित होगा। ई-पासपोर्ट में एक इनबिल्ट चिप होगी जिसमें यात्री की सभी आवश्यक जानकारी सुरक्षित रूप से संग्रहित होगी।
क्या होंगे फायदे?
नई दिल्ली, 11 दिसंबर 2024
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में एक नया सचेतक जारी किया है जिसमें डिजिटल लेनदेन करते समय सावधानी बरतने की अपील की गई है। यह सचेतक विशेष रूप से QR कोड स्कैनिंग के माध्यम से भुगतान करते समय और ऑनलाइन ऋण देने वाले ऐप्स तथा त्वरित जीत वाली लॉटरी योजनाओं से सावधान रहने की चेतावनी देता है।
क्या है सचेतक में?
सचेतक में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखने की सलाह दी गई है:
QR कोड स्कैन करते समय: भुगतान करने से पहले स्क्रीन पर दिखाई देने वाले नाम की पुष्टि कर लें।
ऑनलाइन ऋण: अज्ञात स्रोतों से ऋण देने वाले ऐप्स डाउनलोड न करें।
व्यक्तिगत जानकारी: अज्ञात संस्थाओं के साथ अपनी व्यक्तिगत या बैंक की जानकारी साझा न करें।
क्यों जरूरी है सावधानी?
हाल के समय में, साइबर अपराधियों द्वारा डिजिटल लेनदेन का फायदा उठाकर धोखाधड़ी के कई मामले सामन...
मेटा का AI मॉडल: एक क्रांतिकारी कदम मेटा ने अपने एआई मॉडल को मुफ्त में उपलब्ध कराने की घोषणा की है, जो कि एक क्रांतिकारी कदम है। यह निर्णय न केवल उपयोगकर्ताओं के लिए बल्कि अन्य कंपनियों के लिए भी एक खतरा हो सकता है। मुफ्त एआई मॉडल के फायदे: उपयोगकर्ताओं को उन्नत एआई तकनीक का लाभ मिलेगा। शोधकर्ताओं और डेवलपर्स को अपने प्रोजेक्ट्स में एआई का उपयोग करने में मदद मिलेगी। एआई के क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। अन्य कंपनियों के लिए खतरा: मेटा के मुफ्त एआई मॉडल से अन्य कंपनियों को अपने ग्राहकों को बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है। मेटा की तकनीक अन्य कंपनियों की तुलना में अधिक उन्नत हो सकती है। अन्य कंपनियों को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है ताकि वे मेटा के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें। मेटा का एआई मॉडल मुफ्त में उपलब्ध कराने का निर्णय एक क्रां...
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