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जयपुर: सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक मामले में एसओजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उदयपुर के पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) बुद्धिसगर उपाध्याय और उनके बेटे आदित्य उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया है। आदित्य उपाध्याय ने लीक हुए पेपर के आधार पर एसआई भर्ती परीक्षा में 19वीं रैंक हासिल की थी और वर्तमान में ट्रेनी एसआई के पद पर है।
मामले का खुलासा और संपर्क:
एसओजी की जांच में सामने आया कि बुद्धिसगर उपाध्याय, जो वर्तमान में सायरा (उदयपुर) में कार्यरत हैं, उन्होंने शिक्षक कुंदन पंड्या से लीक प्रश्न-पत्र 10 लाख रुपये में प्राप्त किया था। इसी पेपर को पढ़कर आदित्य उपाध्याय एसआई बना था। बुद्धिसगर उपाध्याय पूर्व में टीईडी विभाग में एक वित्तीय अनियमितता के मामले में विभागीय कार्रवाई का सामना भी कर चुके हैं। एसओजी रविवार को मौका मुआयना करके दोनों आरोपियों को उदयपुर लेकर गई और अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी जारी है।
आरोपी उपाध्याय का संपर्क कुंदन पंड्या से उस समय हुआ जब वह जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग (टीईडी), उदयपुर में प्रतिनियुक्ति पर था। कुंदन वहीं हॉस्टल वार्डन के रूप में कार्यरत था। इसी दौरान पूर्व आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने भी विभाग से जुड़े कुंदन को यहीं पर उपाध्याय को पेपर उपलब्ध कराने का वादा किया था।
पहले से चल रही थी जांच:
इस मामले में एसओजी ने सहायक लेखाधिकारी (एओ) पुरुषोत्तम दाधीच, संदीप और शिक्षक कुंदन पंड्या को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। जांच में सामने आया कि बाबूलाल कटारा ने इन तीनों की सेवानिवृत्ति के बदले पेंशन सहायता के एवज में परीक्षा से तीन दिन पहले पेपर उपलब्ध कराया था। इन लोगों ने उदयपुर के अभ्यर्थियों को 10-10 लाख रुपये में पेपर उपलब्ध कराए।
अब तक 5 अभ्यर्थियों के नाम सामने आए:
अब तक की जांच में पांच अन्य अभ्यर्थियों- रेनू, सुरेंद्र बगड़िया, विजेंद्र, सुरजीत और मनीष दाधीच के नाम सामने आए हैं। इनमें से मनीष ने पेपर पढ़ने के बावजूद परीक्षा पास नहीं की। रिमांड के दौरान कुंदन ने बुद्धिसगर उपाध्याय का नाम उजागर किया, जिसके बाद उन्हें और उनके बेटे आदित्य को हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई एसआई भर्ती परीक्षा में धांधली पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है
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